उच्च तकनीकी शिक्षा संस्थानों को जो माफिया चला रहा है उसके सिर पर पर सत्ता-प्रतिष्ठान का हाथ है। बल्कि सत्ता में बैठे लोगों द्वारा ही इन्हें पुष्पित पल्लवित किया जा रहा है।
तेजी से मोटी रकम कमाने की चाह जो न कराये। यह चाह विद्यार्थियों से लेकर इन संस्थाओं के मालिकों तक व्याप्त है।
सिद्धार्थ जी आपने बिलकुल सही कहा ,असल में तकनीकी शिक्षा इस समय नेताओं और ठेकोदारों की गिरफ्त में है ,लेकिन अब इसके दुष्परिणाम भी सामने आ रहें है इस सत्र में पूरे देश में ३ लाख से ज्यादा सीटें खाली रह गयी .इस विषय पर मेरा लेख देश के प्रमुख अखबार नवभारतटाइम्स में ७ सितम्बर को आया था .लिंक नीचे डे रहा हूँ आप भी पढ़ सकते है . लिंक http://navbharattimes.indiatimes.com/2-5-lakh-engineering-seats-are-vacant/articleshow/16283547.cms सिद्धार्थ जी मेरी पोस्ट पर प्रतिक्रिया देकर उत्साह बढ़ाने के लिए आपका धन्यवाद ...
उच्च तकनीकी शिक्षा संस्थानों को जो माफिया चला रहा है उसके सिर पर पर सत्ता-प्रतिष्ठान का हाथ है। बल्कि सत्ता में बैठे लोगों द्वारा ही इन्हें पुष्पित पल्लवित किया जा रहा है।
ReplyDeleteतेजी से मोटी रकम कमाने की चाह जो न कराये। यह चाह विद्यार्थियों से लेकर इन संस्थाओं के मालिकों तक व्याप्त है।
सिद्धार्थ जी आपने बिलकुल सही कहा ,असल में तकनीकी शिक्षा इस समय नेताओं और ठेकोदारों की गिरफ्त में है ,लेकिन अब इसके दुष्परिणाम भी सामने आ रहें है इस सत्र में पूरे देश में ३ लाख से ज्यादा सीटें खाली रह गयी .इस विषय पर मेरा लेख देश के प्रमुख अखबार नवभारतटाइम्स में ७ सितम्बर को आया था .लिंक नीचे डे रहा हूँ आप भी पढ़ सकते है .
ReplyDeleteलिंक
http://navbharattimes.indiatimes.com/2-5-lakh-engineering-seats-are-vacant/articleshow/16283547.cms
सिद्धार्थ जी मेरी पोस्ट पर प्रतिक्रिया देकर उत्साह बढ़ाने के लिए आपका धन्यवाद ...
HA SIR AAJKAL EDUCATION KA KOI STANDARD NAHI RAHE GYA H.HAR JAGAH PAR CRUPTIOPN HI CRUPTION H.
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