सर्च इंजन कंपनी गूगल ने तकनीक की दुनिया में एक और चमत्कार करते हुए कृत्रिम दिगाम बनाया है। अपनी खुद की सोच समझ रखने वाला यह मशीनी दिमाग १६ हजार कंप्यूटर प्रोसेसरों और एक अरब से भी अधिक कनेक्शनों के दम पर बना है। गूगल के मालिक लैरी पेज, सर्गेई ब्रिन और एरिक स्किमिड ने बताया कि उनकी टीम के अगुवा जेफ डीन ने इस आर्टीफिशियल ब्रेन में यू-ट्यूब के एक करोड़ वीडियो डाले हैं। उसे इस तरह से तैयार किया है कि वह इन जानकारियों के बलबूते खुद ही चीजों को जाने और सीखे। चौंकाने वाली बात यह है कि इस आर्टीफिशियल ब्रेन ने इन सभी वीडियो की पड़ताल के बाद खुद ही सबसे पहले अपना ध्यान बिल्लियों पर लगाया है। हालाँकि आर्टीफिशियल ब्रेन को प्रशिक्षण के दौरान कभी भी बिल्ली के बारे में कुछ नहीं बताया गया। टीम ने इस नेटवर्क को बीस हजार श्रेणियों की वस्तुओं को सही रूप में पहचानने के लिए तैयार किया।
No comments:
Post a Comment