
खगोलविदों के एक अंतरराष्ट्रीय दल को इस ग्रह के साफ साफ सबूत मिले
हैं जो करीब चार प्रकाशवर्ष की दूरी पर स्थित है। यह ग्रह प्रॉक्सिमा सेंताउरी
तारे की परिक्रमा करता है। यह तारा हमारे सोलर सिस्टम में सबसे नजदीक है। इस नए
संसार को प्रॉक्सिमा बी नाम दिया गया है और यह 11 दिन में अपनी
परिक्रमा पूरी करता है। साथ ही इसका तापमान इसकी सतह पर तरल अवस्था में जल के
ठहरने के लिहाज से मुनासिह है। रिसर्चरों ने कहा है कि यह पर्वतों की दुनिया
पृथ्वी से थोड़ी बड़ी है और हमारा सबसे नजदीक बिना गैर-सौरीय ग्रह है। इस अध्ययन
का प्रकाशन ‘नेचर’ नाम के जर्नल में
हुआ है।
आपकी ब्लॉग पोस्ट को आज की ब्लॉग बुलेटिन प्रस्तुति ऋषिकेश मुखर्जी और मुकेश - ब्लॉग बुलेटिन में शामिल किया गया है। सादर ... अभिनन्दन।।
ReplyDeleteबहुत ही उम्दा .... बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति .... Thanks for sharing this!! :) :)
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