शिक्षा जगत का सबसे बड़ा पुरस्कार मिला भारतीय वैज्ञानिक को
भारत के वैज्ञानिक अशोक सेन को
मिला है अबतक का सबसे बड़ा सम्मान। इलाहाबाद इलाहाबाद के हरिश्चंद्र रिसर्च
इन्सटीट्यूट में साइंटिस्ट सेन को प्रतिष्ठित युरी मिलनर पुरस्कार दिया गया है।
खास बात ये है कि इस सम्मान के तहत करीब 16 करोड़ की पुरस्कार राशि भी मिली है जो नोबेल
पुरस्कार में मिलने वाली पुरस्कार राशि से लगभग तीन गुनी है। अशोक सेन को मिले इस
सम्मान से उनका तो हौसला बढ़ा ही है उनके साथ काम करने वाले सहयोगी वैज्ञानिक भी
इस सम्मान से काफी खुश हैं।
भारत के सैद्धांतिक भौतिकशात्र के
वैज्ञानिक अशोक सेन को मौलिक भौतिक पुरस्कार (The Fundamental Physics Prize) 31 जुलाई 2012 को दिया गया. स्ट्रिंग थ्योरी पर शोध
करने वाले वैज्ञानिक अशोक सेन यह पुरस्कार प्राप्त करने वाले देश के पहले
वैज्ञानिक हैं. अशोक सेन के साथ अन्य 8 वैज्ञानिकों को भी यह
पुरस्कार दिया गया. वैज्ञानिकों का नाम निमा अर्कानी-हामेद (Nima
Arkani-Hamed), एलन गुथ (Alan Guth), अलेक्सई
कितेव (Alexei Kitaev), मैक्सिम कौनत्सेविच (Maxim
Kontsevich), आंद्रेई लिनडे (Andrei Linde), जुआन मालडासेना (Juan Maldacena), नाथन
सीबेर्ग (Nathan Seiberg), एडवर्ड रिटन (Edward
Witten) है.
अशोक सेन को वर्ष 2001 में पद्मश्री और वर्ष 1994 में शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार से सम्मानित किया गया. अशोक सेन इलाहाबाद के हरीश चंद्र रिसर्च इंस्टीट्यूट के सैद्धांतिक भौतिक विज्ञानी हैं.
अशोक सेन को वर्ष 2001 में पद्मश्री और वर्ष 1994 में शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार से सम्मानित किया गया. अशोक सेन इलाहाबाद के हरीश चंद्र रिसर्च इंस्टीट्यूट के सैद्धांतिक भौतिक विज्ञानी हैं.
मौलिक भौतिक पुरस्कार (The Fundamental Physics Prize)
मौलिक भौतिक पुरस्कार (The Fundamental Physics Prize) मौलिक
भौतिकी पुरस्कार फाउंडेशन (The Fundamental Physics Prize Foundation) के द्वारा मौलिक अनुसंधान के क्षेत्र में भौतिकविदों को दिए जाने वाला
सबसे बड़ा पुरस्कार है. इस पुरस्कार की स्थापना इंटरनेट उद्यमी यूरी मिलनर द्वारा जुलाई 2012 को की गई.
पुरस्कार के रूप में लगभग 16 करोड़ रुपए की धन राशि दी जाती
है. शिक्षा के क्षेत्र में यह दुनिया का सबसे बड़ा पुरस्कार है. यह रकम नोबेल
पुरस्कार के साथ मिलने वाली पुरस्कार राशि का तीन गुना है.
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